Childhood and Schooling
[ प्रारंभिक जीवन और शिक्षा ]
On October 7, 1952, Vladimir Putin was born in Leningrad, Russia (now Saint Petersburg). During World War II, his mother, Maria Ivanovna Putina, worked at a factory, while his father, Vladimir Vladimirovich Putin, was a member of the Soviet Navy. Putin was raised in a modest environment and displayed desire and tenacity at a young age.
Putin earned a law degree from Leningrad State University in 1975. He started working for the KGB, the primary security agency of the Soviet Union, while he was still a student. It was this early professional choice that led him to become a well-known political figure.
[ व्लादिमीर पुतिन का जन्म 7 अक्टूबर 1952 को लेनिनग्राद (अब सेंट पीटर्सबर्ग), रूस में हुआ था। उनके पिता, व्लादिमीर स्पिरिडोनोविच पुतिन, द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान सोवियत नेवी में सेवा करते थे, और उनकी माता, मारिया इवानोव्ना पुतिना, एक फैक्ट्री वर्कर थीं। पुतिन का बचपन साधारण था, लेकिन वे हमेशा से ही अपने लक्ष्य के प्रति दृढ़ संकल्पित थे।
पुतिन ने 1975 में लेनिनग्राद स्टेट यूनिवर्सिटी से कानून की डिग्री प्राप्त की। विश्वविद्यालय के दिनों में ही उन्होंने केजीबी (सोवियत संघ की खुफिया एजेंसी) के लिए काम करना शुरू कर दिया था। उनके इस निर्णय ने उनके भविष्य की दिशा निर्धारित की और उन्हें एक उच्च-स्तरीय राजनेता बनने की ओर अग्रसर किया। ]
KGB Employment (Komitet Gosudarstvennoy Bezopasnosti)
केजीबी करियर
kgb means the Committee for State Security for Russan.
Putin started working for the KGB in 1975.Putin worked as a KGB foreign intelligence officer for 16 years. He took engaged in a number of intelligence operations while stationed in Dresden, East Germany. He was commended by the KGB for his commitment and discipline. Putin quit the KGB and entered politics after the fall of the Soviet Union in 1991.
[ व्लादिमीर पुतिन का केजीबी करियर 1975 में शुरू हुआ। उन्होंने जर्मनी के ड्रेसडेन में तैनाती के दौरान विभिन्न खुफिया अभियानों में भाग लिया। पुतिन की कड़ी मेहनत और अनुशासन ने उन्हें केजीबी में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया। 1991 में, जब सोवियत संघ का पतन हुआ, पुतिन ने केजीबी से इस्तीफा दे दिया और राजनीति में प्रवेश किया।]
Getting Started in Politics
राजनीतिक करियर की शुरुआत
Putin began working for Leningrad mayor Anatoly Sobchak after the fall of the Soviet Union. He served in several capacities in Sobchak’s administration from 1991 until 1996. After Sobchak lost the 1996 election, Putin relocated to Moscow.
[ सोवियत संघ के विघटन के बाद, पुतिन ने लेनिनग्राद के मेयर अनातोली सोबचाक के अधीन काम करना शुरू किया। उन्होंने 1991 से 1996 तक सोबचाक के प्रशासन में विभिन्न पदों पर कार्य किया। 1996 में, सोबचाक के चुनाव हारने के बाद, पुतिन ने मॉस्को जाने का निर्णय लिया।]
An increase within the Kremlin(The Kremlin – the headquarters of power)
क्रेमलिन में उभरना
Putin began serving as President Boris Yeltsin’s deputy chief of staff in 1997. His effectiveness and managerial abilities resulted in prompt promotions. By 1998, Putin had been appointed head of the KGB’s replacement Federal Security Service (FSB).
[ 1997 में, पुतिन को राष्ट्रपति बोरिस येल्तसिन के प्रशासन में उप प्रमुख नियुक्त किया गया। उनकी कार्यकुशलता और कुशल प्रबंधन क्षमता ने जल्द ही उन्हें प्रमोट कर दिया। 1998 में, पुतिन को फेडरल सिक्योरिटी सर्विस (एफएसबी) का निदेशक बनाया गया, जो केजीबी का उत्तराधिकारी संगठन था।]
The President and the Prime Minister
प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति पद
Putin was named prime minister of Russia in 1999. Yeltsin resigned at the conclusion of that year, appointing Putin as the acting president. Putin was sworn in as president in 2000 after winning the race. In 2004, he was elected again.
[ 1999 में, पुतिन को रूस का प्रधानमंत्री नियुक्त किया गया। उसी वर्ष के अंत में, येल्तसिन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया, और पुतिन को कार्यवाहक राष्ट्रपति बना दिया। 2000 में, उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव जीता और औपचारिक रूप से रूस के राष्ट्रपति बने। इसके बाद, उन्होंने 2004 में पुन: चुनाव जीतकर अपना पद संभाला। ]
Arguments and Rebuttals
विवाद और आलोचना
Putin has a history of dividing his team. His critics contend that he has strengthened media dominance and undermined democratic institutions. Human rights groups, particularly in Chechnya, have denounced his policy. His supporters reply that Russia is now more stable and safe as a result of his stringent policies.
[ पुतिन के नेतृत्व शैली को अक्सर विवादास्पद कहा जाता है। उनके विरोधियों का दावा है कि उन्होंने लोकतांत्रिक संस्थानों को कमजोर किया और मीडिया पर नियंत्रण बढ़ाया। मानवाधिकार संगठनों ने उनकी नीतियों की आलोचना की है, विशेष रूप से चेचन्या में उनके द्वारा संचालित अभियानों को लेकर। इसके बावजूद, पुतिन के समर्थकों का मानना है कि उनके कठोर कदमों ने रूस को स्थिरता और सुरक्षा प्रदान की है। ]
Relations Internationales
विदेश नीति
Regaining Russia’s position as a significant player is the aim of Putin’s foreign policy. He has debated issues like Syria and the Ukraine with the West and spoken out against NATO expansion. Because to Putin’s policies, Russia is now regarded as a key player, particularly in the Middle East and Eastern Europe.
[ व्लादिमीर पुतिन की विदेश नीति का प्रमुख उद्देश्य रूस को एक वैश्विक शक्ति के रूप में पुनर्स्थापित करना रहा है। उन्होंने नाटो के विस्तार का विरोध किया और यूक्रेन और सीरिया जैसे मुद्दों पर पश्चिमी देशों के साथ टकराव किया। पुतिन की नीतियों ने रूस को एक निर्णायक भूमिका में ला खड़ा किया है, खासकर मध्य पूर्व और पूर्वी यूरोप में। ]
prospects for the future
भविष्य की दृष्टि
Russia’s standing abroad has improved since Putin took office. Despite all of the present disagreements and criticism, he has surely turned Russia into a powerful and important nation. Putin has a noticeable impact on Russian and international events, despite it being unclear how long he will remain in office.
[
व्लादिमीर पुतिन के नेतृत्व में, रूस ने वैश्विक मंच पर अपनी स्थिति को मजबूत किया है। हालांकि उनके शासनकाल को लेकर विवाद और आलोचना बनी रहती है, लेकिन यह भी स्पष्ट है कि उन्होंने रूस को एक सशक्त और प्रभावशाली राष्ट्र के रूप में स्थापित किया है।
पुतिन का भविष्य क्या होगा, यह देखना बाकी है, लेकिन उनकी उपलब्धियों और कार्यशैली ने उन्हें 21वीं सदी के सबसे महत्वपूर्ण नेताओं में से एक बना दिया है। उनके नेतृत्व में, रूस ने नई ऊंचाइयों को छुआ है और आने वाले वर्षों में भी उनकी नीतियों का प्रभाव महसूस किया जाता रहेगा। ]
The story of Vladimir Putin is that of becoming the President of Russia from an ordinary person. There were many twists and turns in his life and career, but his determination and leadership abilities made him a powerful leader. Whether for or against his policies, it is undeniable that Vladimir Putin has played an important role in Russian and world politics.
[ व्लादिमीर पुतिन की कहानी एक साधारण व्यक्ति से रूस के राष्ट्रपति बनने की है। उनके जीवन और करियर में कई मोड़ आए, लेकिन उनके दृढ़ संकल्प और नेतृत्व क्षमता ने उन्हें एक शक्तिशाली नेता बना दिया। चाहे उनकी नीतियों के पक्ष में हो या विपक्ष में, यह निर्विवाद है कि व्लादिमीर पुतिन ने रूस और विश्व राजनीति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। ]
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