stock market 2025 : स्टॉक मार्केट साल 2008-09 से भी बड़ी गिरावट का सामना कर सकता है? इकनॉमिस्ट ने दी चेतावनी…..
अमेरिका के इकनॉमिस्ट और बेस्ट सेलिंग ऑथर में शामिल हैरी डेंट ने चेतावनी दी है कि साल stock market 2025 में वैश्विक स्टॉक मार्केट एक बड़ी गिरावट का सामना कर सकता है, जो साल 2008-09 की मंदी से भी अधिक गंभीर हो सकती है। इस चेतावनी ने निवेशकों के बीच भारी चिंता पैदा कर दी है और वित्तीय बाजारों में अनिश्चितता को बढ़ावा दिया है।
stock market 2025 : हैरी डेंट क्या कहना
हैरी डेंट अमेरिका स्थित अर्थशास्त्री और बेस्टसेलिंग लेखक हैं। वह दुनिया में अर्थव्यवस्थाओं का अध्ययन करने की अपनी अनूठी पद्धति के लिए जाने जाते हैं। वह हार्वर्ड बिजनेस स्कूल के पूर्व छात्र हैं जो लंबे समय से वित्तीय मंदी और आगामी दुख की भविष्यवाणी करते रहे हैं। उन्होंने बाजार की स्थिति को लेकर एक बार फिर आगाह किया.
इस इकनॉमिस्ट के अनुसार, कई आर्थिक संकेतक और वर्तमान वित्तीय नीतियाँ इस बात की ओर इशारा कर रही हैं कि आने वाले वर्षों में आर्थिक संकट की संभावना अधिक है। इनमें वैश्विक ऋण का बढ़ता स्तर, मुद्रास्फीति की दर में वृद्धि, और व्यापार युद्धों का प्रभाव शामिल है। ये सभी कारक मिलकर एक बड़े वित्तीय संकट की स्थिति पैदा कर सकते हैं।
2025 में स्टॉक मार्केट में बड़ी गिरावट के संभावित कारण
1. मौजूदा बबल की स्थिति
आर्टिफिशियल बबल
हैरी डेंट जैसे प्रमुख इकनॉमिस्ट का कहना है कि वर्तमान में शेयर बाजार में एक आर्टिफिशियल बबल बना हुआ है, जो पिछले 14 सालों से बढ़ रहा है। यह बबल अत्यधिक राहत पैकेज और मौद्रिक नीतियों के कारण बना है, जिससे बाजार में अस्थिरता बढ़ी है।
2. मौद्रिक नीतियों में बदलाव
ब्याज दरों में वृद्धि
केंद्रीय बैंक जैसे कि फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में वृद्धि का संकेत दिया जा रहा है। उच्च ब्याज दरें कंपनियों के लिए निवेश और विस्तार को महंगा बनाती हैं, जिससे उनके मुनाफे पर असर पड़ता है और स्टॉक मार्केट में गिरावट आती है।
3. राहत पैकेज का प्रभाव
कोरोना संकट के बाद राहत पैकेज
कोरोना महामारी के बाद दुनियाभर की सरकारों ने भारी राहत पैकेज जारी किए थे, जिससे अर्थव्यवस्था में अस्थायी सुधार हुआ। लेकिन इन पैकेजों ने अर्थव्यवस्था में एक बड़ा बबल बना दिया, जो किसी भी समय फूट सकता है और बड़ी गिरावट का कारण बन सकता है।
4. अर्थव्यवस्था की मंदी
वैश्विक आर्थिक मंदी
अगर वैश्विक स्तर पर आर्थिक मंदी आती है, तो इसका असर स्टॉक मार्केट पर भी पड़ेगा। जीडीपी में गिरावट, बढ़ती बेरोजगारी और घटती उपभोक्ता खर्च जैसी स्थितियाँ बाजार को नीचे ला सकती हैं।
5. भू-राजनीतिक तनाव
व्यापार युद्ध और राजनीतिक अस्थिरता
अंतर्राष्ट्रीय व्यापार विवाद, टैरिफ में बढ़ोतरी और राजनीतिक अस्थिरता से वैश्विक बाजार प्रभावित होते हैं। ऐसी स्थितियों में निवेशक सुरक्षित संपत्तियों की ओर रुख करते हैं, जिससे स्टॉक मार्केट में गिरावट आती है।
6. मुद्रास्फीति
उच्च मुद्रास्फीति
अगर मुद्रास्फीति बढ़ती है, तो उपभोक्ता वस्तुओं और सेवाओं की कीमतें बढ़ती हैं, जिससे उपभोक्ता खर्च में कमी आती है। यह कंपनियों के मुनाफे को प्रभावित करता है और बाजार में गिरावट का कारण बनता है।
7. कंपनी विशिष्ट समस्याएं
वित्तीय प्रदर्शन और प्रबंधन में बदलाव
किसी भी बड़ी कंपनी के खराब वित्तीय परिणाम या प्रबंधन में अचानक बदलाव से निवेशकों का आत्मविश्वास कमजोर होता है, जिससे शेयर की कीमतों में गिरावट आती है।
8. निवेशकों का मनोविज्ञान
पैनिक सेलिंग
अगर निवेशक घबराकर बड़े पैमाने पर शेयरों की बिक्री करते हैं, तो बाजार में पैनिक सेलिंग होती है, जिससे बड़ी गिरावट आती है।
stock market 2025 में बड़ी गिरावट की संभावना विभिन्न कारकों पर निर्भर करती है। निवेशकों को इन संभावित खतरों पर नजर रखनी चाहिए और अपने निवेश को सुरक्षित बनाने के लिए सतर्कता बरतनी चाहिए। विशेषज्ञों की सलाह और बाजार के रुझानों को ध्यान में रखते हुए सही निवेश निर्णय लेने से संभावित नुकसान को कम किया जा सकता है।
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